भारत में विटामिन बी12 की कमी होना एक बड़ी समस्या बनती जा रही है. researchgate.net में छपी रिसर्च मुताबिक, 31 फीसदी भारतीयों में विटामिन B12 की कमी पाई गई. महिलाओं में पुरुषों की तुलना में अधित कमी दर्ज की गई. MediBuddy सर्वेक्षण के मुताबिक, इस विटामिन की कमी की सबसे बड़ी समस्या शहरी कॉर्पोरेट पुरुषों में देखी गई है. इनमें 57 फीसदी में इस विटामिन की कमी मिली है. इन आंकड़ों से आप अंदाजा लगा सकते हैं कि देश में बी12 विटामिन की कमी कितनी बड़ी समस्या है. इस विटामिन की कमी क्यों होती है. इसके शुरुआती लक्षण क्या हैं. कमी से क्या बीमारियां होती है. यह सब जानने के लिए हमने एक्सपर्ट्स से बातचीत की है.
पहले ये जान लेते हैं कि विटामिन बी12 होता क्या है. हार्वर्ड हेल्थ के अनुसार, इस विटामिन को कोबालामिन (Cobalamin) कहते हैं. यह शरीर में खून के निर्माण नर्वस सिस्टम और न्यूरो हेल्थ के लिए जरूरी है. यह विटामिन दूसरे विटामिन की तरह शरीर में नहीं बनता है. यह हमारे खानपान से हमे मिलता है. विटामिन बी12 नर्व सेल्स के चारों ओर मायलिन शीथ की सुरक्षा करता है. इससे ब्रेन हेल्थ भी अच्छी रहती है. शरीर में रेड ब्लड सेल्स के निर्माण के लिए ये विटामिन बहुत जरूरी है.
शरीर में क्यों होती है विटामिन बी12 की कमी ?
आरएमएल हॉस्पिटल में मेडिसिन विभाग के प्रमुख डॉ. सुभाष गिरी बताते हैं कि खानपान पर ध्यान न देने से शरीर में इस विटामिन की कमी होती है. खासतौर पर वेज डाइट लेने वालों में कमी देकी जाती है. ऐसा इसलिए क्योंकि विटामिन बी 12 मुख्य रूप सेअंडा, मांस, मछली में होता है. हालांकि ये जरूरी नहीं है कि सभी वेज डाइट लेने वाले लोगों में इसकी कमी हो, लेकिन अधिकतर में मिलती ही है.
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के मुताबिक, जिन लोगों को पेट संबंधी बीमारी, क्रोहन डिजीज होती है उनमें भी इस विटामिन की कमी मिलती है. इसका कारण यह है किपेट में एक विशेष प्रोटीन होता है, जिसको Intrinsic Factor B12 कहते हैं. इन समस्याओं वाले लोगों में यह प्रोटीन सही मात्रा में नहीं होता है. इससे इनके शरीर में खानपान अच्छा होने के बाद भी विटामिन बी12 का अवशोषण सही तरीके से नहीं हो पाता है.
शरीर में विटामिन बी12 की कमी के लक्षण क्या हैं?
डॉ. सुभाष गिरि बताते हैं कि विटामिन बी12 की कमी वाले 90 फीसदी लोगों में 5 लक्षण जरूर दिखते हैं.
कमजोरी और थकान
हाथ-पैरों में झनझनाहट महसूस होना
यादादश्त कम होना
चक्कर आना
डिप्रेशन
डॉ गिरि बताते हैं कि विटामिन बी12 की कमी होने पर ये लक्षण दिखते हैं, लेकिन अगर इसका लेवल शरीर में 200 pg/mL) से कम है तो यह खतरनाक हो सकता है. इससे एनेमिया होने का रिस्क रहता है. NIH और कई क्लिनिकल गाइडलाइंस 200 pg/mL को डिफिसिएंसी की सीमा मानते हैं। डॉ गिरी के मुताबिक, विटामिन बी12 का लेवल 300 से अधिक ही होना चाहिए. अगर 200 से 300 के बीच है तो अपनी दवाएं चालू करनी चाहिए. इसके लिए न्यूरोबियन फोर्टे दवा अपने डॉक्टर की सलाह पर ले सकते हैं. डॉक्टर आपको इंजेक्शन लगवाने की सलाह भी दे सकते हैं
विटामिन बी12 की कमी से कौन सी खतरनाक बीमारियां होती हैं?
नेशनल हार्ट लंग्स एंड ब्लड इंस्टीट्यूट के मुताबिक, विटामिन बी12 की कमी अगर ज्यादा हो जाए तो इससे शरीर में एनेमिया की बीमारी हो जाती है. इससे खून की कमी हो जाती है. इंस्टीट्यूट के मुताबिक, जिन लोगों के शरीर में विटामिन का लेवल 100 से भी कम हो जाए तो उनको एनेमिया का रिस्क होता है. इसके अलावा अल्जाइमर, डिप्रेशन और यादादश्त कमजोरी जैसी समस्या भी हो सकती है. ऐसा इसलिए क्योंकि इस विटामिन की कमी का असर दिमाग पर भी होता है.
विटामिन बी12 की कमी न हो इसके लिए क्या करें?
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के मुताबिक, विटामिन बी12 की कमी से बचने के लिए आप अपनी डाइट में अंडे शामिल कर सकते हैं, जो लोग नॉन वेज नहीं है और उनमें इस विटामिन की कमी है वह डॉक्टर की सलाह पर इसके सप्लीमेंट ले सकते हैं. इससे विटामिन बी12 की शरीर में कमी नहीं होगी.
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